नई
दिल्ली, ०८ : महाराष्ट्र सरकार के मुखपत्र ‘लोकराज्य’ मासिक पत्रिका ने देश में तिसरा तथा
महाराष्ट्र में प्रथम क्रमांक प्राप्त कर नयी उँचाई हांसिल की है.
सरकार और जनता के बीच सेतू के समान कार्य करके आम
जनता तक महत्वपूर्ण जानकारी पहॅुंचाने की लंबी परंपरा रखने वाली महाराष्ट्र सरकार
की ‘लोकराज्य’ इस मासिक पत्रिका ने ऑडीट ब्यूरो ऑफ
सर्क्युलेशन( एबीसी) के हालही में
घोषित हुऐ सर्वेक्षण के अनुसार देश में सबसे ज्यादा वितरीत होणे के मामले में
तिसरे स्थान पर है. इसके साथ ही लोकराज्य को महाराष्ट्र में मासिक पत्रिकाओं के
श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है.
ऑडीट ब्यूरो ऑफ सर्क्युलेशन के सर्वेक्षण अनुसार हिंदी भाषा की मासिक
पत्रिका ‘जागरण जोश प्लस’ देश में प्रथम स्थान पर है तो
मल्यालम भाषा की मासिक पत्रिका ‘वनिथा’
दुसरे स्थान पर है. लोकराज्य तिसरे स्थान पर है. साल २०१५ के जुलाई से दिसंबर इन छह महिनों में
ऑडिट ब्युरो ऑफ सर्क्युलेशन ने किए सर्वेक्षण के तहत महाराष्ट्र में वितरीत होने
वाली मासिक पत्रिकाओं के वितरण में लोकराज्य मासिक पत्रिका प्रथम स्थान पर पायी
गई. एबीसीने ‘लोकराज्य’ की वितरण
संख्या ३,८८,१७६ होने को प्रमाणित किया है.
महाराष्ट्र सरकार के बारे में अधिकृत तथा उद्देश्य
जानकारी, आकर्षक लेआउट, रंग मुद्रण, मुद्रण के लिए इस्तेमाल होने वाला उच्चतम
गुणवत्ता वाला कागज यह ‘लोकराज्य’ की
विशेषता है. लोकराज्य ने पठनियता तथा जानकारी का प्रभावी तरह से समन्वय किया है.
इस मासिक पत्रिका में जानकारी का खजाना है. राज्य तथा केंद्रीय प्रशासनिक सेवा की
परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए भी उपयुक्त है.
महाराष्ट्र सरकार के सूचना एवं
जनसंपर्क महानिदेशालय की सचिव मनीषा पाटणकर-म्हैसकर व महानिदेशक चंद्रशेखर ओक,
निदेशक देवेंद्र भुजबल, शिवाजी मानकर तथा महानिदेशालय के सभी अधिकारी एवं
कर्मचारियों के अथक प्रयास से लोकराज्य मासिक पत्रिका की गुणवत्ता तथा खपत बढाने
में सफलता प्राप्त हुई है.
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