Tuesday, 8 December 2015

महाराष्ट्र विधानमंडल बना ऑनलाईन प्रश्न स्वीकारणे वाला - देश का पहला विधानमंडल



                          
नई दिल्ली, ०८ : देश में कई अच्छी योजना तथा पहल देने में महाराष्ट्र की अहम भूमिका रही है. रोजगार गारंटी स्कीम, सूचना का अधिकार आदी महत्वपूर्ण योजना इस कडी में अहम है. इसी कडी को बरकरार रखते हुए महाराष्ट्र विधानमंडल ने आधुनिक तकनिक को अपनाकर अधिवेशन के दौरान सदस्योंद्वारा ऑनलाईन प्रश्न स्वीकारना शुरु किया है. इसी के साथ ऐसी पहल करने वाला महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया है.

         राज्य की उपराजधानी नागपूर में महाराष्ट्र विधानमंडल का शितकालीन अधिवेशन चल रहा है. इस अधिवेशन से ही विधानमंडल  के निचले विधानसभा तथा वरिष्ठ सदन विधानपरिषद के सदस्योंद्वारा ऑनलाईन प्रश्न देने की पहल का क्रियान्वयन शुरु हुआ है. इसकी आधिकारीक घोषणा महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष हरीभाऊ बागले तथा विधान परिषद सभापती रामराजे निबांलकर नाईक ने की.

 जनप्रतिनिधीयों द्वारा सदन में जनहीत के प्रश्न पुछे जाते है, जो अभी तक लिखित स्वरूप में उठाए जाते थे. लेकिन अब उल्लेखनीय सूचना, प्रस्ताव आदी लोकतंत्र के आयुधों का ऑनलाईन तरीके से प्रयोग किया जा रहा है. अधिवेशन के शुरूआत में ही सदस्योंद्वारा ४० प्रतिशत प्रश्न, प्रस्ताव ऑनलाईन तरीके से पुछे गए है. सदस्योंद्वारा इस पहल को अच्छा सहयोग मिल रहा है. नतिजन ज्यादातर सदस्यों ने लिखित प्रश्नों के बजाय ऑनलाईन प्रश्न पुछने को तवज्जो देने की बात सामने आयी है. महाराष्ट्र के इस पहल के साथ ही देश के अन्य राज्य भी इस दिशा में कदम बढाने की अपेक्षा जतायी जा रही है.   
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