महाराष्ट्र के वैभवशाली परंपरा का दर्शन
नई
दिल्ली,
14 : महाराष्ट्र की हस्तकला प्रदर्शन तथा
बिक्री, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोककलाओं की प्रस्तुती के साथ कई कार्यक्रमों का
आनंद 17 से 31 जनवरी तक आयएनए स्थित दिल्ली हाट मे आयोजित
महा-मेले मे दिल्ली तथा देशी-विदेशी
पर्यटक उठा सकते है.
महाराष्ट्र
की वैभवशाली संस्कृती की पहचान दिल्लीवालों के साथ देशी-विदेशी पर्यटकों को हो,
इसी हेतुसे देश की राजधानी में यह आयोजन किया
जा रहा है. महाराष्ट्र सरकार की ओर से पहीली बार दिल्ली में महाराष्ट्र राज्य की
हस्तकला, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोककला का दर्शन एक साथ एक जगह आयोजित कि जा रहा
है. प्रख्यात कला निर्देशक नितीन देसाई इस परिसर की सजावट कर रहे है.
इस
महोत्सव का मुख्य उद्देश महाराष्ट्र कला
का दर्शन प्रदर्शित करना है. हस्तकला का प्रदर्शन, बिक्री करने के साथ ही राज्य के
पर्यटन की जानकारी देना भी है. ‘महा-मेला’
का़ आयोजन सांस्कृतिक कार्य निदेशालय, महाराष्ट्र सरकार कर रहा है. इस महोत्सव को
सफल बनाने के लिए महाराष्ट्र राज्य लघुउद्योग विकास महानिगम, महाराष्ट्र पर्यटनविकास महानिगम, महाराष्ट्र सिनेमा रंगभूमी तथा सांस्कृतिक विकास महानिगम के साथही
महाराष्ट्र सरकार के अन्य विभागों का भी सहाकार्य प्राप्त हो रहा है.
महा-जत्रा (मेला) में महाराष्ट्र सांस्कृतिक जीवन की पहचान सभी लोगो हो इसके
मद्देनजर कार्यशाला का आयोजन यहा किया जायेंगा. महाराष्ट्र की पारंपारिक वारली चित्रकला, महारष्ट्र की
प्रसिद्ध रंगोली, आदिवासी मुखौटा बनाना, मिट्टी के किले तयार करना, महाराष्ट्र की
साडी (नऊवारी) पहनना, ऐसे अनेक विषयोंपर कार्यशाला का आयोजन प्रथमत: हो रहा है. इसके साथ लघु उद्योग, स्वयं सहायता समुह, रेशम उद्योग, हथकरगा
वस्त्रों के स्टॉल्स, पर्यटन सूचना स्टॉल्स प्रदर्शित कीया जायेंगे.
महाराष्ट्र
की समृद्ध लोककला की हररोज नई-नई की प्रस्तुती पेश कि जायेंगी जिसका आनंद पर्यटक उठा
सकते है.
इस
महोत्सव में एक और विशेष प्रदर्शन प्रदर्शित किया जायेंगा. जिसके तहत राष्ट्रीय
स्तर पर महत्व की ऐतिहासिक व सामाजिक घटना जिसमें महाराष्ट्र के सहभागीता से
संबंधित दुर्लभ कागजातों का प्रदर्शन शामील है. साथ ही राज्य सरकारने प्रकाशित कि हिंदी
व इंश्लीश पुस्तकों की बिक्री, महाराष्ट्र के ऐतिहासिक विरासत का कथन करने वाले
वस्तुों का प्रदर्शन भी महोत्सव में दिखाई देगा.
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