नई दिल्ली, 23 :
केंद्र सरकार की ‘गिव इट अप’ योजना
के तहत महाराष्ट्र के १६ लाख ४२ हजार ८१४ ग्राहकों ने सब्सिडी छोडी है. इसीके साथ एलपीजी सब्सिडी त्यागने वाले राज्यों
के सूची में महाराष्ट्र सबरे उपर हो गया
है.
प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने देश के समर्थ लोगों को एक वर्ष के लिए रसोई गैस सब्सिडी छोडने की
अपील के साथ ‘गिव-इट-अप’ अभियान की शुरुआत पिछले
साल २७ मार्च को की थी. इस अभियान के तहत
अब तक १.१३ करोड लोगों ने एलपीजी सब्सिडी छोडी है और वे रसोई गैस बाजार भाव पर
खरीद रहे है. गरीबी रेखा के नीचे गुजर-बसर करने वाले परिवारों को इस राशी के
माध्यम से मुफ्त एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराये जाएगे. एलपीजी सब्सिडी छोडने वाले
राज्यों के सूची में महाराष्ट्र सबसे उपर
है यहां १६ लाख ४२ हजार ८१४ ग्राहकों ने सब्सिडी छोडी है . वही १२ लाख ५३ हजार२४२
ग्राहकों के साथ उत्तर प्रदेश दुसरे स्थान
पर है. दिल्ली इस सूची में ७ लाख २७ हजार
३७३ ग्राहकों के सब्सिडी छोडने के
साथ तिसरा स्थान पर है.कर्नाटक में ६ लाख
९७ हजार ७१० ग्राहकोंने सब्सिडी छोडी है यह राज्य चौथे स्थान पर है. तमीलनाडू
के ६ लाख ४७ हजार ९८५ ग्राहकों ने सब्सिडी
छोडी है यह राज्य पांचवे स्थान पर है. राजस्थान छटे स्थान पर है जहां ६ लाख ४१
हजार ५७० ग्राहकों ने सब्सिडी छोडी है. बिहार के ४ लाख २६ हजार २७७ ग्राहकों ने
सब्सिडी छोडी है.सब्सिडीसे जमा हुई रकम से
सरकारने गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले
६० लाख लोगों को एलपीजी कनेक्शन दिए है. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री
धर्मेन्द्र प्रधान ने शुक्रवार को एक पत्रकार परिषद में यह जानकारी दी.
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