नई दिल्ली, 20 : महाराष्ट्र सरकार की
महत्वाकांक्षी परियोजना ‘मांगने पर खेत तालाब’ का देश की १० अभिनव
योजनाओं में चयन हुआं है.
यहां विज्ञानभवन में
११ वे नागरी सेवा दिन का आयोजन किया गया , केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के
हाथों इसका गुरुवार को विधीवत उदघाटन हुआ. नागरी सेवा दिन के उपलक्ष में समुचे देश
से विभिन्न अभिनव योजनाओं की पुस्तिका तैयार की गयी है. इस पुस्तिका का विमोचन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों २१ अप्रेल २०१७ को किया जाएगा.
इस पुस्तिका में ‘मांगने पर खेत
तालाब’ इस परियोजना की विस्तार से जानकारी दी गयी है. यह
योजना महाराष्ट्र में पारदर्शी तरीके से क्रियान्वयन हो रहा है. ‘अपनी सरकार’( आपले सरकार) इस वेबपोर्टल के द्वारा किसान खेत तालाब
के लिए अर्जी कर सकता है. खेत तालाब मंजूर होने की प्रकिया लाभार्थी ऑनलाईन देख
सकता है. जिससे इस योजना को किसानों की और से काफी उमदा प्रतिसाद मिल रहा है.
महाराष्ट्र में अब तक ३० हजार खेत तालाबों का निर्माण किया गया है. इसके लिए राज्य सरकारने १२० करोड रूपयें खर्च
किए है. मराठवाडा व विदर्भ क्षेत्र में बडी तादाद में खेत तालाबों का निर्माण हुआ
है.
राज्य के सुखा प्रभावित मराठवाडा क्षेत्र में ८ हजार ३७०
खेत तालाब तैयार किए गये. विदर्भ के अमरावती संभाग में ८ हजार १०४, नागपूर संभाग में १ हजार ५४८ तथा नाशिक
संभाग में ३ हजार १९ खेत तालाब तैयार किए
गए है. खरिप में बारीश न आने पर किसानों
के फसल को जीवनदान देने के लिए खेत तालाब बडा वरदान साबीत हो सकता है. इसके साथ ही रबी में
फसल लेने हेतु पानी के संचयन के रूप में भी खेत तालाबों का प्रयोग होता है .
जमीन में पानी का स्तर बढाने में खेत
तालाब मददगार साबित हो सकते है.
वर्ष २०२२ तक समुचे देश के किसानों का उत्पादन दुगना करना तथा ५ लाख खेत
तालाबों का निर्माण करने का आवाहन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया . इसे
प्रतिसाद देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कदमआगे बढाए है
वे खुद इस संदर्भ में समय-समय पर जिलाधिकारीयों से जानकारी लेते है. मुख्यमंत्री
फडणवीस ने देश के कुल ५ लाख खेत तालाबों में से १ लाख खेत तालाब अकेले महाराष्ट्र
में तैयार करने का लक्ष्य रखा है.
विज्ञान भवन में नागरी सेवा दिन तथा
प्रधानमंत्री पुरस्कार के उपलक्ष में आयोजित प्रदर्शनी में देश की १० अभिनव
परियोजनाओं में महाराष्ट्र की ‘मांगने पर खेत तालाब’ इस स्टॉल
को मंत्री एवं अधिकारी भेंट दे रहे है तथा इस परियोजना की सराहना कर रहे है. यहा
भेंट करने वाले महानुभावों को महाराष्ट्र सरकार के रोजगार गारंटी स्कीम (योजना) विभाग के उपसचिव डॉ. प्रमोद शिंदे, कृषी
विभाग के सहनिदेशक(जलसंसाधन)
ज्ञानेश्वर बोटे तथा महाऑनलाईन के मुख्य परिचालन अधिकारी प्रसाद कोलते उचित
जानकारी दे रहे है.
००००००
No comments:
Post a Comment