नई
दिल्ली 20: महाराष्ट्र राज्य का शीत काल सत्र 19 दिसंबर से नागपूर जिले मे शुरु हो गया है। सत्र के पहले दिन महाराष्ट्र व कर्नाटक राज्यों के सीमावाद पर चल रही चर्चा पर
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपील की कि सभी दलों को सीमावर्ती निवासियों के समर्थन
में एक जुट खड़ा होना चाहिए।
विधानसभा
में विपक्ष के नेता अजित पवार व्दारा उठाए गए मुद्दे पर मुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने जानकारी दी, केंद्र
ने मराठी लोगों और मराठी अस्मिता से जुड़े मुद्दे को गंभीरता से लिया है। इसके लिए
एक बैठक भी बुलाई
गई थी । राज्य ने इस बारे में कड़ा रुख
अपनाया है।
केंद्रीय
गृह मंत्री श्री अमीत शाह ने इस बारे में बैठक आयोजित की थी । उन्होंने बताया कि राज्यों के सीमा पर वाहनों के आवा-गमन पर रोक
लगाई जा रही है, जो लोकतंत्रा के हित मे
नही है ।
श्री. शिंदे ने कहा, ऐसी घटनाएं
किसी भी सूरत में नहीं होनी चाहिए। सीमावाद का प्रकरण सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।
इसलिए इस मुद्दे पर सौहार्दपूर्ण रुख अपनाना चाहिए।
सदन में
जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सीमावासियों के लिए सरकार सकारात्मक है । 18 दिसंबर को इस बारे में कैबिनेट बैठक बुलाई गई जिसमें सीमा लगत 48 गांवों के लिए दो हजार करोड़ की सिंचाई योजना को मंजूरी दी
गई है.
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A Arora / 20.12.2022
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