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नई दिल्ली, 30 : महाराष्ट्र के विराट किले, समंदर किनारे, लोक संस्कृती, समृद्ध परंपरा को देशने के लिए आईयें इन शब्दों मे महराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने, देश तथा विदेशी पर्यटकों को खुला आमंत्रण देकर“विजीट महाराष्ट्र” वर्ष -2017 का शुभारंभ आज दिल्ली हाट में किया.
दिल्ली हाट मे राज्य सरकारद्वारा पिछले पंधरा दिनों से “महा-मेले”का आयोजन किया गया था. इस महा-मेले के समापन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बोल रहे थे. पर्यटन व सांस्कृतिक निदेशालय के सचिव वल्सा नायर, महाराष्ट्र सदन के निवासी आयुक्त तथा सचिव आभा शुक्ला, निवेश व राजशिष्टाचार आयुक्त लोकेश चंद्र, महराष्ट्र लघु उद्योग विकास महानिगम के प्रबंधकिय निदेशक शिवाजीराव दौंड साथ ही वरीष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य व्यक्ती उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री ने कहा, देश के अग्रणी राज्य के रूप में इस अवसरपर महाराष्ट्र की पहचान है. महाराष्ट्र के विविध विभागों के सहयोग से राज्य की हस्तकला, लघु उद्योग तथा विविधता पुर्ण लोक संस्कृति का दर्शन महा-मेले के अर्तंगत आयोजन सफलता पुर्वक किया गया. राज्य ने प्रथमत: इतने बडे पैमाने पर राजधानी दिल्ली मे महा-मेले का आयोजन किया. “दिल्ली हाट” मध्यवर्ती व्यापर केंद्र है. यहा दिल्लीवासी के साथ देशी-विदेशी पर्यटक आते है. राज्य के पर्यटन को आकर्षीत करने का प्रयत्न महा-मेले के तहत किया गया है, ऐसा श्री.फडणवीस ने कहा. महाराष्ट्र सरकार ने वर्ष -2017“विजीट महाराष्ट्र 2017 वर्ष घोषीत किया है. जिसकी शुरवात आज से हुई ऐसा मुख्यमंत्री ने इस समापन कार्यक्रम मे कहा.
पुरन पोली को बढ़ावा देंगी महाराष्ट्र सरकार वल्सा नायर
महाराष्ट्र का लोकप्रीय लजीज मीठा व्यजंन पुरन पोली को महाराष्ट्र सरकार अधिक बढ़ावा देगी. इसके लिए महाराष्ट्र सरकार राष्ट्रीय अंतराराष्ट्रीय स्तर के हॉटल्सेस, कॅटरींग संस्थायें, हॉटेल मॅनेजमेंट संस्थाओं से बातचीत कर रहे है. पुरन पोली के साथ वडा पाव को भी नई पहचान देनी की कोशीश की जायेंगी, ऐसा पर्यटन तथा सांस्कृतिक सचिव वल्सा नायर ने कहा. आयोजित इस महा-मेले से महाराष्ट्र में अधिक पर्यटक् बढ़ने में सहायत मिलेंगी. पिछले वर्ष करीब 7 लाख विदेशी पर्यटकों ने महाराष्ट्र देखा है. तथा देशी पर्यटकों की संख्या में काफी वृध्दी हूई है, ऐसा भी श्री नायर ने कहा.
महा-मेले में सहभागी लघु उद्यमी तथा कलाकरों का मुख्यमंत्री के हाथों सम्मान
विविध प्रतिमा व प्रतिकों के माध्यमा से दिल्ली हाट में महाराष्ट्र का दर्शन जिन्होंने किया वे निर्देशक नितीन देसाई, इस महा-मेले में पर्यटका कों महाराष्ट्र की पैठणी, नऊवारी (साड़ी) बुनाने का तथा परिधान करने का प्रशिक्षण देनेवाले जितेंद्र राजपूत, राजेंद्र अंकम ने महा-मेले में हस्तकला का प्रशिक्षण दिया. महिला उद्यमी श्रीमती विजया, महाराष्ट्र के लजीज व्यंजनों का स्टॉल चलानेवाली शुभांगी चिपळुणकर इनका प्रातिनिधीक रूप में इस समय सत्कार किया गया.
मुख्यमंत्री फडणवीस इनका पांरपारिक रूप से स्वागत किया गया. प्रवेशव्दारा पर मुख्यमंत्री के हाथों गणेश आरती की गई. छत्रपती शिवाजी महाराज की प्रतिमा को अभिवादन किया गया. मुख्यमंत्री ने इस समय विविध भागों से आयें लघु उद्यमी के स्टॉल्स को भेट दि.
राज्य की सांस्कृतिक धरोहर की प्रस्तुती
महाराष्ट्र के सांस्कृतिक धरोहर दर्शानेवाली लोक कला की प्रस्तुती इस समय कि गई. विशेष लोक नृत्य लावणी को हिंदी मे प्रस्तुत कर दर्शकों की खुप वाह वाह लुटी. राज्य की लोक कला मे गणपती गाण, वासुदेस (कृष्णगाण), व्हलगरी, कहार नृत्य, ठाकर नृत्यृ आदीवासी नृत्य का प्रस्तुतीकरण किया गया. मर्दानी खेलों द्वारा प्रदर्शन कर दिल्लीवालों तथा विदेशी पर्यटकों का दिल जीत लिया. चारों और “जय महाराष्ट्र”, “जय शिवाजी” का उदघोष हो रहा था. श्रीमती नायर ने इस मौके पर गणपती की बुनकरोंव्दारा बनाई गई प्रतिमा भेट दि. महारार्ष्ट लघु विकास महानिगम के प्रबधंकिय संचालक शिवाजीराव दौंड ने राजवस्त्र देकर मुख्यमंत्री फडणवीस का सत्कार किया. कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन सांस्कृतिक निदेशालय के संचालक अजय अंबेकर ने किया.
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