नई दिल्ली, 16: प्रसिध्द साहित्यकार तथा दिग्दर्शक अरूण खोपकर को उनके संस्मरण ‘चलत-चित्रव्यूह’ के लिए मंगलवार को साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी के हाथों मराठी भाषा का साहित्य अकादेमी पुरस्कार प्रदान किया गया.
साहित्य अकादेमी की ओर से फिक्की सभागार में आज देश की २३ भाषाओं के सर्वश्रेष्ठ साहित्यिक कृतियों के लेखकों को वर्ष २०१५ के अकादेमी पुरस्कारों से सम्मानित किया गया.
अरूण खोपकर के पुरस्कार प्राप्त‘चलत चित्रव्यूह’ पुस्तक में वृत्तचित्र निर्मिती, फिल्म निर्माण तथा फिल्म कला के अध्यापन के लिए उन्होंने देश विदेश में कि यात्रा पर आधारित लेख व व्यक्तिचित्र लिखे है. पढने में अतिव रूचि, बडी तादाद में पुस्तकों का संग्रह, चित्रकला, संगीत, नृत्य में रूचि तथा अभ्यास के कारण खोपकर अनेक कलाकारों से मिले और उन अनुभवों पर साकार इस पुस्तक में १२ निबंध सम्मिलित है. खोपकर ने अपनी अनोखी लेखन शैली से ‘चलत चित्रव्यूह’ पुस्तक के माध्यम से विभिन्न कलाओं का व्यवहार बखुबी शब्दबध्द किया है. साहित्य अकादेमी पुरस्कार स्वरूप खोपकर को १ लाख रूपये नकद, ताम्रपत्र ओर शॉल प्रदान की गयी . अब तक मराठी भाषा के कुल ६० साहित्यकारों ने साहित्य अकादेमी पुरस्कार प्राप्त किए है.
इस समारोह में लेखक उदय भेंब्रे को उनके नाटक ‘कर्ण पर्व’ के लिए कोंकणी भाषा का तथा महाराष्ट्र में जन्मे साहित्यकार सायर मिस्त्री कों उनके उपन्यास ‘ क्रॉनीकल ऑफ अ बेरर’ के लिए अग्रेजी भाषा का साहित्य अकादेमी पुरस्कार प्रदान किया गया.
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