नई
दिल्ली, 2 : महाराष्ट्र सरकार की
महत्वकांक्षी जलयुक्त संरक्षण योजना को मनरेगा के तहत सफलता पुर्वक क्रियान्वयन किया
इन शब्दो में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने तारीफ की.
महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी
योजना (मनरेगा) के दशकपूर्ती के शुभ अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की
ओर से विज्ञान भवन मे आज राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस संम्मेलन का
उद्घाटन श्री जेटली के हाथों कीया गया, इस अवसर पर वे बोल रहे थे. केंद्रीय
ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी बिरेंद्र सिंग, राज्यमंत्री सुदर्शन भगत, केंद्रीय
पेयजल तथा स्वच्छता राज्यमंत्री व्दय कृपाल सिंग यादव व निहालचंद इस समय मंच पर
उपस्थित थे.
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के जलसंकट पर
मात करणे के लिए महत्वाकांक्षी जलयुक्त संरक्षण (शिवार) योजना का सफलता पुर्वक क्रियान्वयन
किया है. इस योजने के तहत राज्य में 6,180 गावों मे 1.20 लाख काम कियें गये. इनमें
लोगो का सहभाग तथा मनरेगा योजने के तहत काम किया गया. केंद्र सरकार मनरेगा योजना का
अधिक विस्तार करने की दिशा में कार्य कर रही है. इसके क्रियान्वयन के लिए केंद्र
सरकार निधी उपलब्ध कराने मे कोई कसर नहीं छोड़ेगी, ऐसा भी श्री जेटली ने अपने भाषन
में कहा.
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी
बिरेंद्र सिंग ने कहा, देश की 8 करोड़ जनता मनरेगा का लाभ लीया है. इस
वर्ष यह संख्या बढ़कर 11 करोड़ तक पहुचाने का उद्देश है. 18 लाख मरनेगा मजदूर कों
कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण दिया गया, यह जानकारी श्री. सिंग ने दि.
इस कार्यक्रम में ग्रामीण विकास मंत्रालय
की ओर से वार्षीक पुस्तीका का प्रकाशन श्री जेटली के हाथों किया गया. मनरेगा दिवस
के तहत विज्ञान भवन में प्रदर्शन का आयोजन भी किया था.
राज्य के मनरेगा आयुक्त अभय महाजन, लातूर
के जिल्हाधिकारी पांडुरंग पोले, रोजगार गांरटी योजना के उपसचिव प्रमोद शिंदे,
लातुर तथा अमरावती जिला परीषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राज्य के चुनिंदा पंचायत
समिती के सभापती, सरपंच, सदस्य, मजदूर इनके सह राज्य के 65 प्रतिनिधी ने संमेलन मे
सहभागी हुयें थे.
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