नई दिल्ली 21: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पंढरपुर की आषाढ़ी वारी में सहभागी वारकरीयों के लिए बीमा संरक्षण प्रदान करने वाली 'विठ्ठल रुक्मिणी वारकरी बीमा छात्र योजना' को लागू करने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार लाखों वारकरियों का सरकारी निधी व्दारा बीमा संरक्षण प्रदान करेगी। यह बीमा संरक्षण वारी यात्रा के 30 दिनों के लिए होगा।
आषाढ़ महिने में निकलने वाली इस पवित्र यात्रा में लाखों वारकरी (भक्तगण) सहभागी होते हैं । यह सरकार वारकरियों के राहत के लिए बीमा संरक्षण का कवच देगी, जिससे “वारी” (यात्रा) में आहत हुए वारकरी या दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु होने पर सरकार उनके निकटवर्तियों को अनुग्रह राशी प्रदान करेगी । किसी वारकरी की मृत्यु होने पर उसके परिवार को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। स्थायी अपंगता या दुर्घटना के कारण अपंगता की स्थिति में एक लाख रुपये दिए जाएंगे। मासिक धर्म के दौरान आंशिक विकलांगता की स्थिति में 50,000 रुपये और बीमारी की स्थिति में चिकित्सा उपचार के लिए 35,000 रुपये निधी की सहायता प्रदान करेगी। इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है और यह योजना राहत एवं पुनर्वास विभाग के माध्यम से क्रियान्वित की जाएगी।
महाराष्ट्र राज्य अनेक महान सतों की कर्मभूमी रही है । प्रतिवर्ष आषाढी एकादशी पर राज्य के कोने-कोने से वारकरी पालकियों और दिंडी (यात्रा) के साथ सोलापूर जिले के पंढरपूर में भगवान विठ्ठल के दर्शन को पहॅुंचते है ।
इस वारी के दौरान अपघात या अन्य दुर्घटनाएं होने की संभावना रहती है और वारकरी घायल हो जाते हैं या दुर्भाग्य से उनकी मृत्यु हो जाती है। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने यह फैसला उन्हें और उनके परिवार को आर्थिक मदद दिलाने के उद्देश से लिया है ।
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